मेरा लेखक होना मुझे पाठकों और मित्रों से दूर तो न करें कि माला पहना के बिठा दो आदरणीय लेखक जी को।मेर... मेरा लेखक होना मुझे पाठकों और मित्रों से दूर तो न करें कि माला पहना के बिठा दो आ...
आशी और कुछ सुनती तो शायद उसके आँसू और हिचकियों से छुटकी समझ जाती कि उसकी दीदी रो रही है आशी और कुछ सुनती तो शायद उसके आँसू और हिचकियों से छुटकी समझ जाती कि उसकी दीदी रो...
एक सैनिक की मनःस्थिति को परत दर परत उधेड़ती कहानी- सब कुछ अधूरा है .... एक सैनिक की मनःस्थिति को परत दर परत उधेड़ती कहानी- सब कुछ अधूरा है ....
"कैसे बच्चों की सारी ख्वाहिशें पूर्ण हों"उन्हें क्या बताऊँ कि तुम्हारे पापा की जेब फटी "कैसे बच्चों की सारी ख्वाहिशें पूर्ण हों"उन्हें क्या बताऊँ कि तुम्हारे पापा की ज...
"क्या कहूँ और क्या बताऊँ? रोज ही ऑफिस से बाहर निकलते हुए हालत ये हो जाती है कि पूरा आसम "क्या कहूँ और क्या बताऊँ? रोज ही ऑफिस से बाहर निकलते हुए हालत ये हो जाती है कि प...
बगल में बैठी औरत बोली "हां, इससे तो अच्छा घर में रहने वाली औरतें हैं ।कम से कम घर का का बगल में बैठी औरत बोली "हां, इससे तो अच्छा घर में रहने वाली औरतें हैं ।कम से कम घ...